-
शीर्ष समाचार |
-
मेरा शहर |
- महाकुंभ |
- मेरा गुजरात |
- मनोरंजन |
- भारत |
- खेल |
-
टेक |
-
गैजेट्स |
-
इनोवेशन |
-
सॉफ्टवेयर और ऐप्स |
-
एजुकेशन |
- दुनिया |
- More
- Game/खेल
Holika Dahan 2025: शुभ मुहूर्त और भद्रा काल का असर, जानें सही समय
- Reporter 21
- 13 Mar, 2025
होलिका दहन का पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है, जो इस वर्ष 13 मार्च 2025 को है। हालांकि, इस बार भद्रा काल के कारण होलिका दहन के शुभ मुहूर्त में कमी आई है। भद्रा काल में होलिका दहन वर्जित माना जाता है, इसलिए शुभ मुहूर्त में ही दहन करना उचित होता है।
पूर्णिमा तिथि और भद्रा काल:
-
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 13 मार्च को सुबह 10:35 बजे से।
-
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 मार्च को दोपहर 12:24 बजे तक।
-
भद्रा काल: 13 मार्च को सुबह 10:35 बजे से रात 11:29 बजे तक।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त:
भद्रा काल समाप्त होने के बाद ही होलिका दहन करना शुभ माना जाता है। इस वर्ष, शुभ मुहूर्त 13 मार्च की रात 11:29 बजे से शुरू होकर देर रात तक रहेगा।
होलिका दहन की विधि:
-
होलिका दहन स्थल पर लकड़ियों का ढेर बनाएं।
-
पूजन सामग्री में कच्चा सूत, गुलाल, अक्षत, फल, पुष्प आदि शामिल करें।
-
होलिका की तीन बार परिक्रमा करते हुए कच्चे सूत को बांधें।
-
गुलाल, अक्षत, फल, पुष्प आदि से होलिका का पूजन करें।
-
होलिका की अग्नि में नई फसल की बालियां, नारियल, भुट्टे आदि अर्पित करें।
-
होलिका की भस्म को घर लाकर तिलक करें, जिससे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
ध्यान दें कि भद्रा काल में होलिका दहन नहीं करना चाहिए, इसलिए शुभ मुहूर्त का पालन करते हुए ही दहन करें।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *

